कब है दीपावली 2025? 20 या 21 अक्टूबर? जानें क्या कहते हैं ज्योतिषी और पंचांग!
भारत में हर साल दीपावली या दिवाली का पर्व करोड़ों लोगों के लिए खुशियों, श्रद्धा और नई शुरुआत का प्रतीक होता है। दीपावली को अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। हालांकि इस बार लोगों में थोड़ा भ्रम है — आखिर दीपावली 2025 में कब मनाई जाएगी? 20 अक्टूबर को या 21 अक्टूबर को? आइए जानते हैं ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त और इस पावन पर्व का धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व।
दीपावली का धार्मिक महत्व
दीपावली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का पर्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीराम ने 14 वर्षों के वनवास के बाद लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटने पर अयोध्यावासियों ने दीपों की श्रृंखला जलाकर उनका स्वागत किया। इस प्रकार यह दिन अंधकार पर प्रकाश की विजय के रूप में मनाया जाता है।
इसके अलावा, जैन धर्म में यह दिन भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के रूप में पवित्र माना गया है, जबकि सिख धर्म में यह दिन गुरु हरगोविंद जी की कारावास से मुक्ति के रूप में मनाया जाता है। वास्तव में दीपावली धर्म, संस्कृति, आध्यात्मिकता और मानवता को जोड़ने वाला पर्व है।
दिवाली क्यों मनाई जाती है
दीपावली हमें यह सिखाती है कि जैसे दीपक अपने आसपास का अंधकार मिटाता है, वैसे ही हमें अपने जीवन से नकारात्मकता को दूर करना चाहिए।
यह दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना का है —
मां लक्ष्मी से धन, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, जबकि गणेश जी से बुद्धि और सफलता का आशीर्वाद मिलता है।
दीपावली नए आरंभ, नए विचारों और नए संकल्पों का पर्व है।
इसी दिन व्यापारी वर्ग अपने नए लेखा वर्ष (नया बहीखाता) की शुरुआत करता है और अपने व्यवसाय में सफलता की प्रार्थना करता है।
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दिवाली कब है 2025 की तारीख (Diwali Kab Hai 20 or 21 OCT)
इस बार दीपावली की तिथि को लेकर कई जगह भ्रम है — कुछ वेबसाइट्स पर 21 अक्टूबर 2025 बताया जा रहा है, लेकिन ज्योतिषीय गणना और पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को पड़ रही है। अतः मुख्य दीपावली 20 अक्टूबर 2025 को ही मनाई जाएगी।
🔸 अमावस्या तिथि का समय:
अमावस्या प्रारंभ: 20 अक्टूबर 2025, दोपहर 3:44 बजे
अमावस्या समाप्ति: 21 अक्टूबर 2025, शाम 5:54 बजे
चूंकि लक्ष्मी पूजा सायंकाल (प्रदोष काल) में की जाती है और उस समय अमावस्या तिथि विद्यमान रहेगी, इसलिए दीपावली 20 अक्टूबर (सोमवार) को ही मनाई जाएगी।
मुख्य तिथि और ज्योतिषीय विश्लेषण
ज्योतिष के अनुसार, 2025 की दीपावली अत्यंत शुभ संयोग लेकर आ रही है।
इस वर्ष सूर्य और चंद्रमा तुला राशि में स्थित रहेंगे — जो सौंदर्य, संतुलन और सफलता का प्रतीक है।
शुक्र ग्रह, जो स्वयं लक्ष्मी जी के कारक माने जाते हैं, अपनी अनुकूल स्थिति में रहेंगे,
जिससे धन, व्यवसाय और निवेश से संबंधित कार्यों में लाभ के योग बनेंगे।
वृषभ, कन्या, तुला, मकर और मीन राशि के जातकों के लिए यह दीपावली विशेष फलदायक रहेगी।
धन संबंधी निर्णय, नई शुरुआत और निवेश के लिए यह समय अत्यंत शुभ रहेगा।
दीपावली उत्सव का कैलेंडर 2025
धनतेरस कब है 2025 – 18 अक्टूबर 2025, शनिवार
छोटी दिवाली कब है 2025 – 19 अक्टूबर 2025, रविवार
बड़ी दिवाली कब है 2025 – 20 अक्टूबर 2025, सोमवार
गोवर्धन पूजा कब है 2025 – 22 अक्टूबर 2025, बुधवार
भाईदूज कब है 2025 – 23 अक्टूबर 2025, गुरुवार
लोगों के लिए सुझाव
दीपावली से पहले घर और कार्यस्थल की सफाई व सजावट अवश्य करें, ताकि मां लक्ष्मी का आगमन हो।
पूजा के समय कमल पुष्प, शुद्ध घी और चांदी के सिक्के का प्रयोग शुभ माना गया है।
11 दीपक जलाकर घर के चारों कोनों में रखें — यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
किसी से कटु वचन न कहें और अपने आसपास के लोगों को खुशियां बांटें।
दान-पुण्य करें — दीपावली का असली संदेश साझा करना और प्रेम फैलाना है।
निवेश या नया व्यापार शुरू करने के लिए यह समय शुभ और सफल रहेगा।
निष्कर्ष
दीपावली 2025 का मुख्य पर्व इस बार 20 अक्टूबर (सोमवार) को मनाया जाएगा।
यह दिन सिर्फ दीप जलाने का नहीं, बल्कि मन के अंधकार को मिटाकर ज्ञान, प्रेम और भक्ति के दीप जलाने का अवसर है।
मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा से आपके जीवन में धन, सौभाग्य, सुख और सफलता का प्रकाश सदा बना रहे।
आप सभी को दीपावली 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं! 🪔✨